tag:blogger.com,1999:blog-9085022637942949290.post7073783651992368349..comments2024-03-26T08:08:47.284-07:00Comments on हाहाकार: चला निर्देशक हीरो बनने !अनंत विजयhttp://www.blogger.com/profile/04532945027526708213noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-9085022637942949290.post-76733495244853581052016-03-27T05:35:36.000-07:002016-03-27T05:35:36.000-07:00ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, " एक अधूरी ब...ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, <a href="http://bulletinofblog.blogspot.in/2016/03/blog-post_27.html" rel="nofollow"> " एक अधूरी ब्लॉग-बुलेटिन " </a> , मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !ब्लॉग बुलेटिनhttps://www.blogger.com/profile/03051559793800406796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9085022637942949290.post-79044710998077008422016-03-27T00:20:11.271-07:002016-03-27T00:20:11.271-07:00सर अच्छा लिखा है आपने , लेकिन राज कपुर और गुरु दत्...सर अच्छा लिखा है आपने , लेकिन राज कपुर और गुरु दत्त का भी ज़िक्र कर देते तो फेहरिस्त और भी लम्बी हो जाती ,अनुराग कश्यप ने फिल्म शागिर्द में नाना पाटेकर के साथ ऐक्टिंग की है , महेश मांजरेकर ने फिल्म कांटे समेत कई फिल्मों में ऐक्टिंग की है , सुधीर मिश्रा का ज़िक्र भी ज़रूरी है . कहने का मतलब है बॉलीवुड में हीरो बनने डायरेक्टर आज ही नहीं चला . इस चलन की शुरुआत उतनी ही पुरानी है जितना बॉलीवुड का इतिहास . लेकिन अब आप्शन ज़्यादा है . फिल्म भाग मिल्खा भाग में फरहान अख्तर की ऐक्टिंग देख कर कौन कह सकता है की , मिल्खा के किरदार को फरहान से बेहतर कोई और निभा सकता था .Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/11498132985649316453noreply@blogger.com