tag:blogger.com,1999:blog-9085022637942949290.post7781316423260274342..comments2024-03-26T08:08:47.284-07:00Comments on हाहाकार: काटजू का जादुई यथार्थवादअनंत विजयhttp://www.blogger.com/profile/04532945027526708213noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-9085022637942949290.post-31892251661214292202012-04-04T09:16:24.912-07:002012-04-04T09:16:24.912-07:00इतनी अच्छी रिपोर्टिंग के लिए आप बधाई के पात्र हैं ...इतनी अच्छी रिपोर्टिंग के लिए आप बधाई के पात्र हैं भाई! कुछ कहना चाहूँगा. चैनल्स पर चलने वाले समाचारों पर मुझे भी आपत्ति है.मुझे याद नहीं कि जिस दिन देवानंद जी दिवंगत हुए उस दिन और ऐसी कौन सी खबर थी जिसे प्रमुखता के साथ चलाया जाना अत्यंत ही जरूरी था और जो नहीं चलायी गयी या प्रमुखता से नहीं चलायी गयी. लेकिन ऐसा अक्सर होता है और तब निश्चित जानिये कि सर दीवार पर मारने का मन करता है. कौन सी खबर महत्व पूर्ण है और कितनी महत्व पूर्ण है यह सम्बंधित चैनल पर निर्भर करता है लेकिन बार बार एक ही खबर को इस दलील के साथ लगातार चलाना कि नया दर्शक अभी आकर जुड़ा है वेह भी इस खबर से लाभान्वित हो ले तो इससे पहले से जुड़े दर्शक के सामने चैनल की स्थिति हास्यास्पद हो जाती है और हो भी रही है.जितेन्द्र 'जीतू'https://www.blogger.com/profile/11540091458194396571noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9085022637942949290.post-59270401403340471762012-04-02T02:11:16.912-07:002012-04-02T02:11:16.912-07:00http://www.apnimaati.com/2012/04/blog-post_02.html...http://www.apnimaati.com/2012/04/blog-post_02.html'अपनी माटी' मासिक ई-पत्रिका (www.ApniMaati.com)https://www.blogger.com/profile/11067105919381764927noreply@blogger.com