वो चल फिर नहीं सकती, न जाने कितनी बीमारियां हैं उसको। जिंदगी भी बस कुछ ही दिनों की होगी उसके पास, अगर जल्द ही कोई चमत्कार न हुआ तो। लेकिन उसके पास एक ऐसी चीज है जिसके लिए शायद हर कोई सारी उम्र तरसता है। उसके पास सच्चा प्यार है। मैं बात कर रही हूं निवेदिता और उसके पति पंकज की।
जब पंकज ने निवेदिता को पहली बार देखा था तभी उससे प्यार कर बैठा था। निवेदिता उस वक्त भी ठीक से चल नहीं पाती थी। उसका अपना परिवार तक उसका साथ छोड़ चुका था। पर पंकज ताउम्र उसके साथ बिताना चाहता था.....लेकिन क्यों? इसका जवाब पंकज के पास भी नहीं है। बस इतना सच है कि निवेदिता के साथ जीने के लिए पंकज ने अपने परिवार तक से रिश्ता तोड़ लिया।
लेकिन कुदरत ने उन दोनों प्रेमियों पर जुल्म कम नहीं किए या यूं कहिए कि पंकज को प्यार के इम्तिहान अब तक देने पड़ रहे हैं। निवेदिता की तबियत दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है। हालात दिन-ब-दिन मुश्किल होते जा रहे हैं। आर्थिक स्थिति भी कमजोर होती जा रही है। लेकिन पंकज की हिम्मत का क्या कहूं....उसकी एक बात ने दिल छू लिया। उसने बोला कि हीर रांझा अपने प्यार के लिए मर गए, हम जीना चाहते हैं।
पंकज निवेदिता का जिंदगी लाइव वैंलेंटाइन डे स्पेशल में आना अपने आप में एक चमत्कार है। शो 8 फरवरी को शूट होना था। सारी तैयारियां पूरी थीं कि अचानक 6 की शाम एक मेहमान ने आने से मना कर दिया। शो प्रॉड्यूसर नीतू बुद्धिराजा रो पड़ी। समझ नहीं आ रहा था क्या करें। मैंने एक बार फिर वो कहानियां खोलीं जो दर्शकों ने हमें IBNkhabar.com पर भेजी थीं। अचानक नजर निवेदिता के मेल पर पड़ी। सरसरी नजर से मैंने उसे देखा लेकिन उसने अपना फोन नंबर नहीं भेजा था।
मुझे 7 फरवरी को एक और एपिसोड शूट करना था, उसकी तैयारी करनी थी तो अपनी सहयोगी फरहीन से कहा कि निवेदिता को मेल लिखकर फौरन नंबर मांगे। सिर्फ 24 घंटे का वक्त था हमारे पास, पर न जाने क्यों मेरा दिल कह रहा था कि निवेदिता जरूर मिलेगी। 7 को शूट के बीच में फरहीन आई और बोली निवेदिता मिल गई। बस फिर जो हुआ वो मैं कभी नहीं भूल पाऊंगी। नीतू बुद्धिराजा उनसे मिलने गई। 7 फरवरी 3 बजे रात तक उसने उन दोनों की कहानी लिखी और 8 फरवरी की सुबह निवेदिता और पंकज जिंदगी लाइव के स्टूडियो में थे।
आज मेरे दिल में बस एक ही दुआ है, जो चमत्कार निवेदिता और पंकज को जिंदगी लाइव में लाया ऐसा ही एक चमत्कार निवेदिता की जिंदगी बचा ले। उसे नई जिंदगी दे दे। उसे इलाज के लिए अमेरिका जाने की जरूरत है लेकिन साधन नहीं है उनके पास। काश! कहीं से उनको मदद मिल जाए। काश! इस प्यार की जीत हो। आज तक प्यार की बड़ी-बड़ी बातें करने वालों को सुना था मैंने....लेकिन पंकज चुप रहकर बता गया मुझे कि सच्चा प्यार क्या होता है। वो मुझे सिखा गया कि यही होता है प्यार....।
अगर हो सके तो...
जिंदगी लाइव टीम के लिए सबसे सुकून के लम्हे वही होते हैं जब लोग हमें लिखते हैं या कॉल करते हैं कि हमारे शो से उनकी जिंदगी में, उनकी सोच में बदलाव आए। इस बार हमने आपको वैलेन्टाइन्स डे स्पेशल में पंकज और निवेदिता की प्रेम कहानी दिखाई। हमारे पास ढेरों फ़ोन कॉल आए। लोग निवेदिता के लिए सलामती की दुआएं कर रहे हैं। लेकिन उसके इलाज में लाखों का ख़र्च है। टीम ज़िंदगी लाइव की आप सभी से अपील है कि निवेदिता की मदद करें। आप हमें zindagilive@network18online.com या 09999024924 पर संपर्क कर सकते हैं।
No comments:
Post a Comment