Translate

Friday, December 2, 2016

दूसरी औरत पर फिदा बॉलीवुड

भारतीय समाज में दूसरी पत्नी को वो दर्जा प्राप्त नहीं हो पाता है जो पहली पत्नी को मिलता था । दूसरी पत्नी को हमेशा हेय दृष्टि से ही देखा जाता रहा है । लेकिन फिल्म इंडस्ट्री के रीति रिवाज और मान्यताएं अलहदा हैं वहां दूसरी पत्नी या फिर नायकों के जीवन में आई दूसरी औरत को ही सम्मान मिलता है । कई ऐसे उदाहरण हैं जिसमें फिल्मों से जुड़े मशहूर शख्सियत अपनी पहली पत्नी को ना केवल तलाक दे देते हैं बल्कि पहली पत्नी के साथ उसी शहर में दूसरा घर बसा लेते हैं । कुछ दिनों पहले एक मशहूर फिल्म अभिनेता ने अपनी पत्नी को कहा था कि मेरी जान बख्शो क्योंकि मुझे किसी और से प्यार हो गया है । तुम धन दौलत घर-बार सब ले लो लेकिन मुझे आजाद करो । दरअसल वॉलीवुड में दो तरह के हीरो हुए हैं । एक तो मुंबई में ही पले-बढ़े और उनका सामाजिक परिवेश भी फिल्मों से ही जुड़ा रहा । नायकों का एक दूसरा तबका देश के छोटे शहरों से आया और संघर्ष के बाद सफलता के शीर्ष पर जा पहुंचा । छोटे शहरों से जो हीरो मुंबई आए उसमें से तकरीबन सभी शादी के बाद ही फिल्मों की दुनिया में आए थे । यहां आकर उनका महिलाओं का खुलापन और बिंदास स्वभाव लगातार आकर्षित करने लगा । आजाद ख्याल महिलाएं उन्हें अपनी पत्नी से ज्यादा लुभाती रही । जब धर्मेन्द्र फिल्म इंडस्ट्री में आए थे तो वो शादी शुदा थे लेकिन फिल्मी दुनिया में उन्हें उस वक्त की सुपर स्टार मीना कुमारी से इश्क हो गया । ये इश्क इतना परवान चढ़ा कि धर्मेंन्द्र का ज्यादातर वक्त मीना कुमारी के जानकी कुटीर में ही बीतने लगा । उसके बाद उन्होंने ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी के साथ रोमांस की पींगे बढ़ानी शुरू कर दी । दोनों के बीच प्यार इतना बढ़ गया कि धर्मेंन्द्र ने कानून को ताक पर रखकर पहली पत्नी को बगैर तलाक दिए चुपके से जाकर हेमा मालिनी से दूसरी शादी रचा ली । प्यार के शिकार तो दिलीप कुमार भी हुए थे और उनका सायरा बानो से तलाक होते होते बचा था । 1982 में यह चर्चा आम थी कि दिलीप कुमार एक पाकिस्तानी महिला आसमा में इतने मशरूफ हो चुके हैं कि उन्होंने सायरा बानो को छोड़ उसके साथ घर बसा लेने का फैसला कर लिया था । किसी तरह से सायरा ने उस होनी को टालने में सफलता हासिल की । यही हाल फिल्म अभिनेता बनने की चाहत में मुंबई पहुंचे सलीम खान का भी रहा । उन्होंने डांसर हेलेन के साथ सरहदी लुटेरा और तीसरी मंजिल जैसी फिल्में की । सलीम साहब ने एक इंटरव्यू में बताया कि सलमा से उनकी मुलाकात 1959 में हुई थी और पांच सालों तक दोनों के बीच प्यार परवान चढ़ता रहा और 1964 में दोनों ने शादी कर ली । सलीम खान सलमा से मिलने से पहले हेलेन से मिल चुके थे और उनके दिल में हेलेन को लेकर प्यार की चिंगारी दबी रह गई थी । दिल में दबी चिंगारी जब तक प्यार के शोला बनकर भड़कती रहती थी । आखिरकार सलमा से शादी के सोलह साल बाद 1980 में सलीम साहब ने हेलेन से दूसरी शादी रचाई ।
अस्सी के दशक की सुपर स्टार श्रीदेवी की कहानी एकदम फिल्मी है लेकिन यहां भी पहली पत्नी को ही हार मिलती है । श्रीदेवी बोनी कपूर के गेस्ट रूम में रहती थी और धीरे धीरे दोनो ने मोहब्बत का ऐसा अफसाना लिखा कि वो गेस्ट रूम से कब उनके बेडरूम तक पहुंच गई ये बोनी की पहली पत्नी मोना कपूर को पता भी नहीं चल सका । मोना कपूर ने इस शादी अपने जीते जी मंजूरी नहीं दी और ना ही उसने बोनी को तलाक दिया । बगैर पहली पत्नी के तलाक के बोनी ने शादी की और दूसरे नीड़ का निर्माण कर लिया । आमिर खान की पहली पत्नी रीना दत्ता ने इससे उलट व्यवहार किया । जब आमिर खान ने तय किया कि वो लगान फिल्म की अपनी सहायक निर्देशक किरण राव से शादी करेंगी तो रीना दत्ता ने फौरन उनको तलाक देकर आजाद कर दिया । उनके नजदीकियों का कहना है कि रीना को जब आमिर और किरण के रिश्ते का पता चला तो उसने भी इस रिश्ते को छोड़कर आगे बढ़ने का फैसला कर लिया ।
महिला अधिकारों की बात करनेवाली शबाना आजामी भी शादी-शुदा जावेद अख्तर  के इश्क में इस तरह से मशरूफ हुई कि दोनों ने शादी रचा ली । आज जावेद और शाबाना के मोहब्बत के अफसानों की बॉलीवुड में चर्चा होती है । पति-पत्नी के रूप में दोनों की मिसाल दी जाती है । लेकिन जब शाबाना ने लेखक-गीतकार जावेद अख्तर से शादी करने का ऐलान किया था तो उसकी खूब लानत-मलामत हुई थी । शाबाना ने उस वक्त दो बच्चों- फरहान और जोया अख्तर के पिता से शादी की थी । अपनी स्त्रीवादी छवि के विपरीत उनके इस कदम से हनी ईरानी का घर टूटा था । लेकिन यहां भी शबाना की आलोचना की शिकार बनने के बावजूद आज एक सफल पत्नी की तरह समाज में प्रतिष्ठा हासिल कर चुकी है लोग यह भूल गए हैं कि वो जावेद अख्तर की दूसरी औरत हैं । हनी ईरानी की तो लोगों को याद भी नहीं है । कुछ ऐसा ही हुआ था नादिरा बब्बर के साथ जब स्त्रीवादी स्मिता पाटिल ने उनके पति के साथ विवाह कर लिया था । उस वक्त राज बब्बर ने दोनों परिवारों को साथ रखने का जोखिम उठाया था लेकिन वो उसमें सफल नहीं हो पाए थे । हलांकि स्मिता पाटिल की मौत के बाद राज बब्बर वापस नादिरा के पास लौट आए थे । इस कड़ी में ताजा नाम जुड़ा है सैफ अली खान का, जिन्होंने अपनी पत्नी अमृता सिंह को छोड़कर करीना कपूर से ब्याह रचाया । दोनों की उम्र में लंबा फासला है । करीना को मिला बेगम का दर्जा और पहली पत्नी गुमनामी के अंधेरे में खो गई । 
ऐसा नहीं है कि यह सबकुछ सिर्फ मुंबईया फिल्म इंडस्ट्री में ही हो रहा है । दक्षिण भारत के सफलतम अभिनेताओं में से एक कमल हासन ने 1978 में मशहूर डांसर वाणी गणपति से शादी की थी । वाणी किसी वजह से लंबे समय के लिए अमेरिका गई तो कमल हासन ने सारिका को सहजीवी बना लिया । इस सहजीविता के दौरान सारिका ने एक बच्ची को जन्म दिन । बच्ची के जन्म के बाद कमल हासन पर सामाजिक दबाव इतना बढ़ा कि उनको वाणी को तलाक देकर सारिका से शादी करनी पड़ी । इस तरह की अनगिनत प्रेम कहानियां फिल्मी दुनिया में है । लेकिन सवाल अब भी अनुत्तरित है कि फिल्मी दुनिया का जो समाज है उसमें पहली पत्नी के लिए ना तो किसी के दिल में दर्द है और ना ही उसको लेकर संवेदना । कहना ना होगा कि यह चमकदार वॉलीवुड का एक स्याह पक्ष है लेकिन है तो हकीकत ही और इस हकीकत के साथ ही जी रही है बॉलीवुड की पहली पत्नियां ।

No comments: