सनी लियोनी के बारे में इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हो रही
है । चर्चा उनके ग्लैमरस छवि को लेकर या इनकी बोल्ड और बिंदास अदाओं को लेकर नहीं
बल्कि उनकी अपनी स्थापित छवि से छुटकारा पाने की कोशिशों को लेकर हो रही है । चर्चा
है कि एडल्ट फिल्म की सुपरस्टार रही और अबतक बॉलीवुड में जगह बनाने के लिए संघर्ष
कर रही सनी लियोनी अपने अतीत से छुटकारा पाना चाहती है । वो अपनी बिंदास और बोल्ड
छवि से इतर अब संजीदा अभिनेत्री की छवि बनाने में जुटी है । सनी लियोनी ने अबतक
बॉलीवुड की जितनी भी फिल्मों में काम किया है सबमें उनकी पोर्न स्टार की छवि को ही
भुनाया गया है । चाहे वो रागिनी एमएमएस हो या वन नाइट स्टैंड या मस्तीजादे सबमें
सनी लियोनी की बोल्ड छवि और हॉटसीन्स का ,हारा लिया गया है । रागिनी एमएमएस के
अलावा और कोई फिल्म खास बिजनेस नहीं कर पाई । फिल्मों के जानकारों का मानना है कि
दर्शक सनी लियोनी की बिंदास अदा और बोल्ड सीन देखने के लिए थिएटर तक जाते हैं
लेकिन जब उन्हें वहां निराशा हाथ लगती है तो दर्शकों का मोहभंग होता है । सनी
लियोनी की फिल्मों के साथ यही हुआ । पहले की फिल्मों में सनी ने खुद को एक्सपोज कर
दर्शकों को लुभाया लेकिन वो एक सीमा से आगे नहीं बढ़ पाई ।
अगर हम सनी के फिल्मी करियर पर नजर डालें सेक्स कॉमेडी मस्तीजादे
के फ्लॉप होने के बाद वो खुद को कम से कम एक्सपोज करने की फिराक में रहने लगी । आनेवाली
फिल्मों में सनी लियोनी ने कम से कम हॉट सीन देना शुरू किया । अभी हाल ही में
बेइमान लव नाम की सनी की फिल्म बुरी तरह से पिट गई । बताया जा रहा है कि इस फिल्म
में डायरेक्टर ने इसमें एक हॉट बेडरूम सीन रखा था जिसके लिए पहले सनी लियोनी तैयार
थी लेकिन जब इस सीन को फिल्माने का वक्त आया तो सनी के पति और मैनेजर का फोन आ गया
है और उन्होंने सनी को इस हॉट बेडरूम सीन नहीं करने की सलाह दे डाली जिसको सनी ने
मान लिया । पति और मैनेजर की सलाह के बाद सनी और डायरेक्टर में कहासुनी की भी खबरे
हैं । सनी के पति डैनियल ने बाद में सनी लियोनी और डायरेक्टर को बेडरूम से बाहर
निकलकर किचन में हॉट सीन फिल्माने की नसीहत दी । नतीजा यह हुआ कि फिल्म के
डायरेक्टर जिस सीन को लेकर दर्शकों को थिएटर तक लाना चाहते थे वो सीन ही फिल्माया
नहीं जा सका । दरअसल अगर हम देखें तो सनी लियोनी की कई फिल्मों में स्त्री
अधिकारों की वकालत की गई है । अगर हम सनी लियोनी की फिल्म वन नाइट स्टैंड को देखें
तो इसमें फिल्मकार ने लैंगिक समानता की वकालत की है और ये संदेश देने की कोशिश की
है कि अगर पुरुष किसी महिला से सेक्स संबंध बनाते हैं और उसपर कोई उंगली नहीं उठती
है तो फिर स्त्री अगर किसी पुरुष के साथ वन नाइट स्टैंड में रहती है तो उसके
चरित्र पर सवाल क्यों उठाए जाएं । इस संदेश के आवरण में सनी के हॉट सीन्स दिखाने
की असफल कोशिश की गई है ।
अब यहीं फिल्मकारों से चूक हो जा रही है कि वो सनी लियोनी को फिल्म
की नायिका बनाकर स्त्री अधिकारों का संदेश देना चाहते हैं । फिल्मकार ये क्यों
नहीं समझ पा रहे हैं कि हमारे देश के दर्शकों के मन पर अगर एक बार किसी अभिनेता या
अभिनेत्री कि कोई छवि बन जाती है तो उससे इतर भूमिका में ज्यादातक बार दर्श उसको
ठुकरा ही देते हैं । दूसरी गलती फिल्मकारों से ये हो जा रही है कि सनी लियोनी को
लेकर वो स्त्री अधिकारों की बात करने तो निकलते हैं लेकिन वो दरअसल दर्शकों को
सिड्यूस कर सिनेमा हॉल तक लाना चाहते हैं । अब जब सनी लियोनी अपनी छवि बदलना चाहती
है तो ऐसे में फिल्मकारों को ना तो माया मिल रही है और ना ही राम ।
दूसरी बात सनी की फिल्मों के खिलाफ ये जाती है कि उनके हॉट सीन्स
इंटरनेट पर मौजूद हैं । इसके अलावा सनी सियोनी की अपनी बेवसाइट पर उनके प्रमोशनल
हॉट वीडियो मुफ्त में मौजूद हैं जबकि एक डॉलर से लेकर पचास डॉलर तक की सदस्यता
शुल्क देकर सनी के पोर्न वीडियो भी देखे जा सकते हैं । इंटरनेट की बढ़ती
लोकप्रियता की वजह से अब हर किसी के हाथ में एक डिवाइस है जिसपर वो अपनी मर्जी का
कुछ भी देख सकता है । सनी लियोनी का वीडियो देखने के लिए उसको सिर्फ एक डॉलर यानि
साठ पैंसठ रुपए खर्च करने पड़ते हैं । जब सनी लियोनी का हॉट वीडियो उसके हाथ के
डिवाइस पर मौजूद है तो दर्शक सिनेमा हॉल में तो उनकी फिल्मों से निकलनेवाले स्त्री
समानता के अधिकारों के संदेश को तो देखने नहीं ही जाएंगे । यह भी एक वजह है कि सनी
लियोनी अब अपनी छवि बदलकर फिल्मों में अलग तरह की भूमिका की तलाश में हैं । हलांकि
सनी लियोनी की तुलना माधुरी दीक्षित और प्रियंका चोपड़ा से करना उचित नहीं होगा
लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि सनी लियोनी ने माधुरी दीक्षित और प्रियंका चोपड़ासे
प्रेरणा लेकर अब ‘संस्कारी’ बनने का फैसला
किया है । माधुरी दीक्षित ने भी फिल्म दयावान में विनोद खन्ना के साथ काफी हॉट सीन
दिया था लेकिन उसके बाद उन्होंने उस तरह से सीन्स से तौबा कर ली थी । इसी तरह से
अगर देखें तो प्रियंका चोपड़ा ने भी क्रिस फिल्म के बाद अपनी बिंदास छवि से तौबा
करने की ठानी थी, वो छवि जो मिस वर्ल्ड बनने के दौरान उनकी बनी थी । यह अलहदा है
कि माधुरी दीक्षित और प्रियंका चोपड़ा ने अपने अभिनय के दम पर बॉलीवुड में अपनी
जगह बनाई लेकिन सनी लियोनी ने अबतक खुद को एक एक्ट्रेस के तौर पर किसी भी फिल्म
में साबित नहीं किया है । जबतक वो खुद को एक्ट्रेस के तौर साबित नहीं कर देती हैं
तबतक उनका एडल्ट मूवी स्टार की छवि से निजात पाना मुश्किल ही नहीं लगभग नामिमकिन
भी है । दर्शकों की फैंटेसी को पकड़कर सफलता हासिल करना तब भी सनी के लिए
अपेक्षाकृत आसान है लेकिन बगैर उस फैंटेसी के दर्शकों को सिनेमा हॉल तक लाने में
फिल्मकारों के पसीने छूट सकते हैं ।
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