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Tuesday, April 25, 2017

ट्यूबलाइट से रौशन होगे रिश्ते!

चंद दिनों पहले जब सलमान खान ने अपनी आनेवाली फिल्म ट्यूबलाइट का पोस्टर ट्वीटर पर साझा किया तो हजारों लोगों ने उसको रीट्वीट और लाइक किया। कबीर खान के साथ सलमान खान की ये तीसरी फिल्म है। इसके पहले की फिल्म बजरंगी भाईजान में भी कहानी सरहद के इस पार से लेकर उस पार तक जाती है और ट्यूबलाइट में भी कहानी सरहद के इसपार से उस पार तक जाती है । बस इस बार सरहद बदली हुई है । इस बार पाकिस्तान की जगह चीन है। भारत-पाकिस्तान रिश्ते पर बॉलीवुड में कई फिल्में बनी हैं लेकिन लेकिन भारत-चीन के रिश्तों या यों कहें कि उन्नीस सौ बासठ के भारत-चीन युद्ध पर ज्यादा फिल्मे नही बनीं। चेतन आनंद की फिल्म हकीकत जरूर इस युद्ध की पृष्ठभूमि पर आई थी लेकिन उसके बाद इन दोनों देशों के किसी भी तरह के रिश्ते पर कोई फिल्म नहीं बनी है। इस वक्त जब देशभर में देशभक्ति को लेकर एक खास किस्म का प्रेम देखने को मिल रहा है। चीन की दादागीरी को लेकर भी पूरे देश के मन में एक तरह का गुस्सा है वैसे में सलमान खान इस फिल्म के पोस्टर के ट्वीट में कहते हैं शांति, आदर, प्यार और जिंदगी में उजाला। अभी दलाई लामा के अरुणाचल प्रदेश के दौरे के बाद चीन का गुस्सा देखने को मिल रहा हैष ऐसे में देश में चीन के खिलाफ गुस्सा और बढ़ सकता है जिसका फायदा ट्यूबलाइट को हो सकता है ।
दरअसल सलमान खान और कबीर खान देश के माहौल को भांपने में माहिर होते जा रहे हैं । आपको याद होगा कि जब पाकिस्तान में भारतीय लड़की गीता की वतन वापसी को लेकर पूरे देश में एक एक माहौल था उसी माहौल को भुनाने के लिए बजरंगी भाईजान नाम से फिल्म बनाई गई सिर्फ कहानी को पलट दिया गया । गीता पाकिस्तान चली गई थी कि जबकि मुन्नी नाम की छोटी सी लड़की पाकिस्तान से भारत आ गई थी । उसके घर को खोजने के लिए बजरंगबली के भक्त बने सलमान खान सरहद पार कर उसको मां-बाप तक पहुंचा देते हैं। गीता को लेकर जिस तरह की भावनात्मक लहर पूरे देश में थी उस भावना को भुनाने में कबीर खान सफल रहे थे । फिल्म सुपर डूपर हिट रही थी और जब गीता को वतन वापस लाया गया था तब तमाम न्यूज चैनल पर कबीर खान लाइव थे। एक अच्छे सफल और कारोबारी फिल्मकार की यही निशानी होती है कि वो माहौल को भांपते हुए ऐसी कहानी को फिल्माए कि लोग सिनेमा हॉल तक आने को मजबूर हो जाएं। इस वक्त देश भर में राष्ट्रवाद को लेकर माहौल बना हुआ है और चीन को लेकर अलग ही किस्म की विरोधी मानसिकता है। कबीर खान ने फिल्म ट्यूबलाइट की थीम भी कुछ इसी तरह की रखी है ।
कहा जा रहा है कि अंग्रेजी फिल्म
लिटिल बॉय की कहानी पर आधारित ये फिल्म भारत-चीन युद्ध की पृष्ठभूमि पर बन रही है। इस फिल्म को सफल बनाने के लिए कबीर खान ने इसमें तमाम मसाला डाला है। करीब पंद्रह साल बाद शाहरुख और सलमान खान किसी फिल्म में साथ दिखेंगे। इसके पहले दोनों सुपर स्टार को दर्शकों ने दो हजार की फिल्म हम तुम्हारे हैं सनम में साथ-साथ देखा था। दो हजार दो में रिलीज हुई इस फिल्म के बाद शाहरुख और सलमान के बीत मनमुटाव बढ़ता चला गया और एक पार्टी में तो दोनों के बीच मारपीट की खबर भी आई थी। लेकिन कहते हैं कि समय सबसे बड़ा हीलर होता है । डेढ दशक बीतने के बाद दोनों के रिश्तों पर जमी बर्फ पिघली और दोनों कई स्टेज पर साथ साथ दिखने लगे थे। अब शाहरुख खान अपने दोस्त सलमान की फिल्म ट्यूबलाइट में एक कैमियो कर रहे हैं । इसके प्रचारित होते ही सलमान और शाहरुख के फैन दोनों को इस फिल्म का बेसब्री से इंतजार है क्योंकि दोनों स्क्रीम पर कैसे लगते हैं यह देखने की उत्सकुकता दर्शकों के बीच है । सोशल मीडिया पर तो ये कयास भी लगाए जा रहे हैं कि इस फिल्म में सलमान खान की एक्स गर्लफ्रेंड कटरीना कैफ भी एक आइटम नंबर करनेवाली हैं । इसके अलावा चाइनजी कलाकार ग्लैमरस झू झू भी इस फिल्म में तो है ही।
अबतक सलमान खान की जो इमेज थी वो मारधाड़ करते हुए अपने लक्ष्य को हासिल करनेवाले हीरो की थी लेकिन इस बार कहा जा रहा है कि ट्यूबलाइट में उन्होंने अपनी इस इमेज से मुक्ति पा ली है । ट्यूबलाइट में सलमान का फौजी भाई भारत-चीन वॉर में गुम हो जाता है और सलमान उसकी तलाश में चीन में घुस जाता है। यहां वो दंगल नहीं करता है बल्कि एक अलग ही किस्म के कैरेक्टर के रोल को निभाता है। इसी दौर में इसकी मुलाकात चीनी लड़की झू झू से होती है और वो उसको दिल दे बैठता है । इस फिल्म में भाई एक चीनी गर्ल से रोमांस करते नजर आएंगे। रोमांस और प्यार भी ऐसा कि दोनों एक दूसरे की भाषा नहीं समझते हैं लेकिन कहते हैं ना कि प्यार की अपनी अलग ही भाषा होती है तो उसी लव लैंग्वेज में सल्लू भाई झूझू के साथ प्यार की पींगे भरते नजर आएंगे। फिल्म से जुड़े लोगों का कहना है कि सलमान खान की इस चीनी लड़की के साथ ऑन स्क्रीन केमिस्ट्री दर्शकों को खासी पसंद आएगी क्योंकि सलमान खान की भूमिका में एक विट और ह्यूमर का एलीमेंट भी होगा ।अब ये भी पहली बार हो रहा है कि सलमान खान किसी स्टार हिरोइन के साथ नहीं है।
इस फिल्म से कुछ लोग तो ये भी उम्मीद लगा रहे हैं कि भारत चीन युद्ध के वक्त कुछ घटनाएं जो इतिहास के पन्नों में दबी रह गई थी कबीर खान उसके बाहर निकाल कर लाएंगे। उम्मीद करने में कोई हर्ज नहीं है लेकिन कबीर ऱान जिस तरह से फिल्मों को मुनाफे के लिए बनाते हैं उसमें उनसे ये उम्मीद करना ज्यादती होगी कि वो इतिहास में दफन कुछ तथ्यों को जनता के सामने लाएंगे ।   

             

2 comments:

डॉ. दिलबागसिंह विर्क said...

आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 27-04-2017 को चर्चा मंच पर चर्चा - 2624 में दिया जाएगा
धन्यवाद

राजा कुमारेन्द्र सिंह सेंगर said...

आपकी इस पोस्ट को आज की बुलेटिन ’समानान्तर सत्ता स्थापित करते नक्सली : ब्लॉग बुलेटिन’ में शामिल किया गया है.... आपके सादर संज्ञान की प्रतीक्षा रहेगी..... आभार...